करेले का जूस (Karela Juice) स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है, खासकर आयुर्वेद में इसका विशेष स्थान है। करेले का जूस कितने दिन पीना चाहिए नीचे इसके प्रमुख फायदे दिए गए हैं:-
1. ब्लड शुगर कंट्रोल करता
है
करेला डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद
है। इसमें चरन्टिन और पोलिपेप्टाइड-P जैसे
कंपाउंड्स होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करते हैं।
2. लिवर डिटॉक्स करता है
करेले का जूस लिवर को साफ करता है और उसके
कामकाज को बेहतर बनाता है। यह पीलिया और अन्य लिवर संबंधी बीमारियों में लाभकारी
माना जाता है।
3. पाचन
तंत्र को सुधारता है
यह जूस कब्ज, गैस
और अपच जैसी समस्याओं में राहत देता है और भूख बढ़ाता है।
4. इम्यूनिटी
को मजबूत करता है
करेले में विटामिन C और
एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते
हैं।
5. त्वचा के लिए
लाभकारी
करेले का जूस एक अच्छा ब्लड प्यूरीफायर है, जो
मुंहासे, फोड़े-फुंसी, और
अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं से राहत दिला सकता है।
6. वजन घटाने में मदद करता है
इसमें कैलोरी बहुत कम होती है और यह मेटाबोलिज्म
को बढ़ाता है, जिससे वजन घटाने में सहायता मिलती है।
7. कैंसर
से लड़ने में मददगार
कुछ
रिसर्च के अनुसार करेले में ऐसे तत्व होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोक
सकते हैं, खासकर ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर में।
सावधानियाँ:-
- ज्यादा मात्रा में पीने से पेट दर्द या डायरिया हो सकता है।
- गर्भवती महिलाओं को इससे परहेज़ करना चाहिए।
- खाली पेट सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें, खासकर यदि आप डायबिटीज की दवा ले रहे हैं।
करेले का जूस कैसे बनाएं और कब पीना सबसे फायदेमंद होता है-
करेले का जूस कैसे
बनाएं-
🔸 सामग्री:-
- करेला – 1-2 मध्यम आकार के
- नींबू का रस – 1 छोटा
चम्मच (स्वाद अनुसार)
- अदरक – 1 छोटा टुकड़ा
(वैकल्पिक)
- पानी – 1/2 कप
- नमक या काली मिर्च – थोड़ा सा (स्वाद
अनुसार,
वैकल्पिक)
🔸 विधि:-
1.
करेले को धोकर छिलका हल्का सा छील
लें और बीच के बीज निकाल दें।
2. छोटे टुकड़ों में काटें और 10-15 मिनट के लिए हल्के नमक के पानी में भिगो दें
– इससे कड़वाहट थोड़ी कम हो जाती है।
3.
पानी से धोकर मिक्सर में डालें। साथ में थोड़ा
पानी, अदरक और नींबू का रस डालें।
4. अच्छे से पीस लें। छानकर जूस निकाल लें।
5.
चाहें तो ऊपर से काली मिर्च या थोड़ा सा सेंधा
नमक मिला सकते हैं।
🕗 कब और कैसे पीना
चाहिए?
- समय:
सुबह खाली पेट पीना सबसे फायदेमंद माना जाता है। - मात्रा:
रोजाना लगभग 50-100 मि.ली. जूस पर्याप्त है। - कोर्स:
इसे 1-2 हफ्ते तक लगातार लें, फिर कुछ दिन का ब्रेक लें।
⚠️ सावधानियाँ:-
- शुरुआत में थोड़ा कम मात्रा से शुरू करें।
- बहुत ज्यादा
मात्रा लेने से लो ब्लड शुगर हो सकता है (विशेषकर डायबिटीज के मरीजों में)।
- गर्भवती और
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को बिना सलाह न लें।
करेले की जूस पीने के नुकसान किसे नही पीना चाहिए -
करेले का जूस (Bitter Gourd Juice) आयुर्वेद में एक बहुत फायदेमंद पेय माना जाता है, खासकर डायबिटीज, पाचन और त्वचा संबंधी समस्याओं में। लेकिन यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं होता। कुछ लोगों को इसे पीने से नुकसान हो सकता है या बिल्कुल नहीं पीना चाहिए।
❌ करेले के जूस के नुकसान:
1. हाइपोग्लाइसीमिया (ब्लड शुगर बहुत कम होना)
करेला ब्लड शुगर कम करने में सहायक होता है, लेकिन:
-
यदि आप पहले से डायबिटीज की दवा ले रहे हैं, तो करेले का जूस ब्लड शुगर को बहुत ज्यादा गिरा सकता है।
-
इससे चक्कर, कमजोरी, पसीना और बेहोशी जैसी समस्या हो सकती है।
2. लीवर पर असर
ज्यादा मात्रा में करेले का जूस पीना लीवर पर नकारात्मक असर डाल सकता है और इससे एंजाइम्स असंतुलित हो सकते हैं।
3. पाचन तंत्र पर प्रभाव
अत्यधिक मात्रा में पीने से हो सकता है:
-
पेट दर्द
-
डायरिया
-
उल्टी
-
गैस और ऐंठन
4. गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक
गर्भावस्था में करेले का जूस नहीं पीना चाहिए क्योंकि:
-
यह गर्भाशय संकुचन (uterine contractions) को बढ़ा सकता है
-
इससे मिसकैरेज का खतरा हो सकता है
5. ग्लूकोज-6-फॉस्फेट डीहाइड्रोजेनेज (G6PD) की कमी वाले लोगों के लिए खतरनाक
इस आनुवंशिक बीमारी में करेले के बीज और जूस से रेड ब्लड सेल्स टूट सकते हैं, जिससे एनीमिया हो सकता है।
6. ऑटोइम्यून रोगों में सावधानी
करेला शरीर की इम्यून प्रतिक्रिया को तेज कर सकता है, जिससे ऑटोइम्यून बीमारियां (जैसे कि ल्यूपस, रुमेटाइड आर्थराइटिस) बढ़ सकती हैं।
❗ कौन लोग न पिएं करेले का जूस?
स्थिति | करेले का जूस पीना मना है या सावधानी जरूरी है |
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गर्भवती महिलाएं | ❌ पूरी तरह से बचें |
स्तनपान कराने वाली महिलाएं | ⚠️ डॉक्टर की सलाह से ही लें |
डायबिटीज की दवा ले रहे लोग | ⚠️ केवल डॉक्टर की निगरानी में |
G6PD की कमी वाले लोग | ❌ न पिएं |
लिवर की बीमारी वाले | ⚠️ सीमित मात्रा में या डॉक्टर से पूछें |
बच्चों को | ⚠️ बहुत कम मात्रा में दें, पहले डॉक्टर से सलाह लें |
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